लॉक डाउन में फंसे छात्रों को जहां किसी तरह घर पंहुचने की जल्दी है। बिहार, झारखंड समेत अन्य राज्यों के लिए कोटा के लिए स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही है। ऐसे में छात्रों की मजबूरी का फायदा कोटा के ऑटो चालक उठा रहे है। कोरोना के इस भीषण संकट में छात्रों को कोचिंग से स्टेशन आने के लिए ऑटो चालक मन माफिक किराया वसूल रहे है। छात्र मजबूरी में पैसे देने पर मजबूर हो रहे है। शिक्षा नगरी के नाम से मशहूर कोटा शहर को ऑटो चालकों ने बदनाम कर दिया है और स्थानीय प्रसाशन मूक दर्शक बनी हुई है। बिहार जाने वाले छात्रों से ऑटो चालक मजबूरी का फायदा उठाकर किसी से लिए 500 तो किसी से 1000 रुपये वसूल कर रहे है। जबकि कोचिंग से स्टेशन का किराया 50-100 रुपये तक ही लगता है।